Abhimanyu Easwaran Abhimanyu was brought into the world on 6 September 1995 in Dehradun to a Tamilian father and Punjabi mother. In his initial years, he was prepared by his dad Ranganathan Parameshwaran Easwaran, a contracted bookkeeper, who had begun the Abhimanyu Cricket Foundation in 2008. At age 10, Abhimanyu moved to Kolkata to seek after his cricket profession, where he resided with his mentor Nirmal Sengupta. Career In August 2019, he was named in the India Red group's crew for the 2019-20 Duleep Prize. Abhimanyu was named the commander of Bengal for the 2019-20 Ranji Prize season. In October 2019, he was named in India A's crew for the 2019-20 Deodhar Prize. In October 2018, he was named in India A's crew for the 2018-19 Deodhar Prize. He was the main run-scorer for Bengal in the 2018-19 Ranji Prize, with 861 runs in six matches. In the 2018-19 season, Abhimanyu terminated a splendid 186 against Hyderabad in...
Uttar Pradesh? What is Uttar Pradesh
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Capital - Lucknow
Date of Formation - 24 January 1950
State Symbols
Animal - Barasingha
Tree - Ashok
Flower - Palace
Bird - Sarus Crane
Neighbors States
उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश हरियाणा मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ बिहार झारखंड हरियाणा दिल्ली राजस्थान
Neighbouring country
Nepal
Uttar Pradesh is the India's most popular state as well as the world's most state which have the most population only five Nations more population than Uttar Pradesh about the 78% of the population depends on agriculture
Kanpur is the largest economic hub of the Uttar Pradesh and Kanpur is also the economic capital of Uttar Pradesh
Uttar Pradesh is the largest producer of food grains and sugarcane
Small scale cottage industries are spread throw out in Uttar Pradesh
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नाइट्रोजन सभी जीवित प्राणियों के लिए एक अत्यंत आवश्यक तत्व है, हमारे वायुमंडल में लगभग 78 % नाइट्रोजन है , इस नाइट्रोजन की कुछ मात्रा जीवित प्राणियों दवरा निरंतर इस्तमाल होती है और लगभग उतनी ही मात्रा वायुमंडल में वापस हो जाती है. प्रथ्वी , जल वायु और जीवित प्राणियों के बीच नाइट्रोजन के निरंतर आदान-प्रदान की इस प्रक्रिया को नाइट्रोजन-चक्र के नाम से जाना जाता है नाइट्रोजन चक्र को समझने के लिए यह जाना जरुरी है की वायुमंडल से केसे नाइट्रोजन प्राप्त की जाती है. और प्रयोग में लाई हुई नाइट्रोजन कैसे वायुमंडल में वापस पहुचती है ? वायुमंडल में उपस्थित नाइट्रोजन की कुछ मात्रा बदलो में अचानक बिजली चमकाने की क्रिया में समाप्त हो जाती है वायु में अचानक बिजली चमकने से नाइट्रोजन की कुछ मात्रा आक्सीजन से संयोग करके नाइट्रोजन के कणों में बदल जाती है नाइट्रोजन के ये कण वर्षा की बूंदों के साथ घुलकर धरती पर आ जातें हैं और दुसरे तत्वों के साथ ऐसे यौगिक बनाते हैं , जो पेड़ - पौधों द्वरा इस्तामेल होते हैं वायुमंडल की नाइट्रोजन में से एक भाग को बैक्टीरिया और एल्गी (Algae) लेते रहते हैं...
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